मानसिक सेवा
वृन्दावन के एक संत की कथा है. वे श्री कृष्ण की आराधना करते थे. उन्होंने संसार को भूलने की एक युक्ति की. मन को सतत श्री कृष्ण का स्मरण रहे, उसके लिए महात्मा ने प्रभु के साथ ऐसा सम्बन्ध जोड़ा...
वृन्दावन के एक संत की कथा है. वे श्री कृष्ण की आराधना करते थे. उन्होंने संसार को भूलने की एक युक्ति की. मन को सतत श्री कृष्ण का स्मरण रहे, उसके लिए महात्मा ने प्रभु के साथ ऐसा सम्बन्ध जोड़ा...
खुशी वो इत्र है जो हम दूसरों पर छिड़कते हैं तो उसकी कुछ बुँदे हम पर भी गिरकर हमें महका देती है। जीवन में बाँटने जैसा कुछ है तो प्रेम है, खुशियां हैं। हमेशा रात को सोने से पहले इस...
नीचे फोटो में प्रभु ने जिसका हाथ पकड़ा है, वो माता सीता नहीं बल्कि 'आप' हैं हम है। क्यों...✍️ क्यूँकि माँ सीता की तरह आप भले ही अपने माँ-पिता के सबसे प्यारे हों लेकिन ये संसार 'वनवास' बनकर परीक्षा लेगा...
एक औरत अपनी ज़िन्दगी से बहुत मायूस थी. किसी को भी उसके दुःख का कारण नहीं समझ आता था क्योकि न उसके पास पैसों की कमी थी ना उसके जीवन में कोई कारण था और ऊपर से वो देखने में...
सुबह ही सुबह पति-पत्नी में खुब झगड़ा हो गया, जिसमें गलती पत्नी की ही थी। परंतु पत्नी गुस्से मे बोली - बस, बहुत कर लिया सहन, अब मैं एक मिनट भी तुम्हारे साथ नही रह सकती। पति भी क्रोध मे...
एक सेठ जी ने अपने छोटे भाई को तीन लाख रूपये व्यापार के लिये दिये। उसका व्यापार बहुत अच्छा जम गया, लेकिन उसने रूपये बड़े भाई को वापस नहीं लौटाये। आखिर दोनों में झगड़ा हो गया, झगड़ा भी इस सीमा...
एक सेठजी बड़े कंजूस थे। एक दिन दुकान पर बेटे को बैठा दिया और बोले कि बिना पैसा लिए किसी को कुछ मत देना, मैं अभी आया। अकस्मात एक संत आये जो अलग-अलग जगह से एक समय की भोजन सामग्री...
हल खींचते समय यदि कोई बैल गोबर या मूत्र करने की स्थिति में होता था तो किसान कुछ देर के लिए हल चलाना बन्द करके बैल के मल-मूत्र त्यागने तक खड़ा रहता था ताकि बैल आराम से यह नित्यकर्म कर...
आज सुयश और नंदा की शादी के बाद गृह प्रवेश की रस्म हुई l सास ससुर के चरण स्पर्श करते हुए नंदा ने ग़ौर किया कि सुयश ने अपने मम्मी पापा के पैर नहीं छूए l ये बात उसे परेशान...
एक राजा के पास सुन्दर घोड़ी थी । कई बार युद्व में इस घोड़ी ने राजा के प्राण बचाये और घोड़ी राजा के लिए पूरी वफादार थी,कुछ दिनों के बाद इस घोड़ी ने एक बच्चे को जन्म दिया, बच्चा काना...