अश्वत्थामा
अश्वत्थामा अश्वत्थामा द्रोणाचार्य के पुत्र थे। द्रोणाचार्य ने शिव को अपनी तपस्या से प्रसन्न करके उन्हीं के अंश से अश्वत्थामा नामक पुत्र को प्राप्त किया। इनकी माता का नाम कृपा था जो शरद्वान की लड़की थी। जन्म ग्रहण करते ही...
अश्वत्थामा अश्वत्थामा द्रोणाचार्य के पुत्र थे। द्रोणाचार्य ने शिव को अपनी तपस्या से प्रसन्न करके उन्हीं के अंश से अश्वत्थामा नामक पुत्र को प्राप्त किया। इनकी माता का नाम कृपा था जो शरद्वान की लड़की थी। जन्म ग्रहण करते ही...
नवरात्र में क्यों बोए जाते हैं जौ ?? नवरात्र में कलश के सामने गेहूं और जौ को मिट्टी के पात्र में बोया जाता है और इसका पूजन भी किया जाता है। हममें से न अधिकतर लोगों को पता नहीं होगा...
एक गिलास पानी दिल्ली एयरपोर्ट की सुबह हमेशा की तरह भीड़भाड़ से भरी थी। बड़े-बड़े चेक इन काउंटर, चमकते फर्श पर खींचते ट्रॉली बैग, तेज आवाज में उड़ानों की घोषणाएं और हर किसी के चेहरे पर जल्दी में कहीं पहुंचने...
भगवान कृष्ण और उनका भोग एक’ सेठ जी “कृष्ण” जी के भक्त थे। निरंतर उनका जाप करते थे।वो रोज स्वादिष्ट पकवान बना कर कृष्ण जी के मंदिर के लिए निकलते थे, पर रास्तें में ही उसे नींद आ जाती और...
ईमानदारी का फल बहुत पहले की बात है एक राजा सुबह सुबह सैर करने के लिये महल से अकेला ही निकला। रास्ते में उसने देखा, एक किसान पसीने में तर-ब-तर अपने खेत में काम कर रहा है। राजा ने उसके...
पितामह भीष्म के पांच अचूक तीर पितामह भीष्म ने अपनी शस्त्र विद्या का प्रयोग करते हुए सोने के पांच अचूक तीर निकाले और इसे अभिमंत्रित करके बोले- “दुर्योधन! तुम व्यर्थ में संदेह करते हो। इन बाणों से कोई नहीं बच...
मौत का डर:एक बार भगवान बुद्ध किसी गाँव में उपदेश दे रहे थे। उन्होंने अपने उपदेश में लोगों को एक कहानी सुनाई, “किसी शहर में एक बनिया रहता था। जोकि, जन्मजात कंजूस था, उसे हर समय पैसे का ही ध्यान...
माता सीता ने किया राजा दशरथ का श्राद्ध राजा दशरथ की मृत्यु के बाद श्री राम और लक्ष्मण ने जंगल में ही पिंड दान करने का निश्चय लिया । तभी भगवान श्री राम और लक्ष्मण दोनो ही जंगल में आवश्यक...
समस्याओं का समाधान राजस्थान के एक छोटे से गाँव में एक व्यक्ति रहता था। उसका नाम भोलाराम था। भोलाराम बहुत ही सरल स्वभाव का और मेहनती व्यक्ति था, परंतु जीवन में बार-बार आने वाली परेशानियों ने उसे अंदर से...
ईश्वर से चाहना या ईश्वर को चाहना एक नगर के राजा ने यह घोषणा करवा दी कि कल जब मेरे महल का मुख्य दरवाज़ा खोला जायेगा तब जिस व्यक्ति ने जिस वस्तु को हाथ लगा दिया वह वस्तु उसकी हो...