लड़की की समझदारी
लड़की की समझदारी एक छोटे व्यापारी ने साहूकार से उधार में रुपए लिए किंतु निश्चित समय पर लौटा नहीं पाया। साहूकार बूढा और बदसूरत था लेकिन वह व्यापारी की खूबसूरत और जवान बेटी पर निगाह रखता था।साहूकार ने व्यापारी से...
लड़की की समझदारी एक छोटे व्यापारी ने साहूकार से उधार में रुपए लिए किंतु निश्चित समय पर लौटा नहीं पाया। साहूकार बूढा और बदसूरत था लेकिन वह व्यापारी की खूबसूरत और जवान बेटी पर निगाह रखता था।साहूकार ने व्यापारी से...
संगती एक बार एक शिकारी शिकार करने गया, शिकार नहीं मिला, थकान हुई और एक वृक्ष के नीचे आकर सो गया। पवन का वेग अधिक था, तो वृक्ष की छाया कभी कम-ज्यादा हो रही थी, डालियों के यहाँ-वहाँ हिलने के...
Are You Sure अभी कुछ देर पहले ही मैं अपने फोन से कुछ Images (फोटो ) को Delete कर रहा था तो फोन ने मुझसे पूछा "Are You Sure ?" मैं अचरज में पड़ गया कि एक मशीन भी अपने...
अभिमान की दशा अभिमान न क्षमा माँगने देता है और न क्षमा करने देता है। यह मनुष्य को पल-पल प्रतिशोध की अग्नि में जलाता रहता है। क्षमा कर दो या या क्षमा मांग लो, जीवन की बहुत सारी समस्याएं स्वतः...
मूर्ति पूजाकिसी धर्म सभा में एक बार एक कुटिल और दुष्ट व्यक्ति, मूर्ति पूजा का उपहास कर रहा था, “मूर्ख लोग मूर्ति पूजा करते हैं। एक पत्थर को पूजते हैं। पत्थर तो निर्जीव है। जैसे कोई भी पत्थर। हम तो...
किस्मत की दस्तक कुन्दनलाल सारा दिन धूप में इधर-उधर घूम-फिर कर टूटा-फूटा सामान और कबाड़ जमा करता और फिर शाम को उसे बड़े कबाड़ी की दुकान पर बेचकर पेट भरने लायक कमा लेता था। एक दिन वह एक घर से...
वाह वाह की भूखएक बार संगत में एक भाई आने लगा वो गीत बहुत सुंदर गाता था, सारी संगत प्रसन्न हो जाती थी। एक बार संयोजन महात्मा का आगमन हुआ ,मुखी महात्मा ने कहा कि ये गीतकार महात्मा बहुत अच्छे...
अंगद जी और अक्षय कुमार हनुमान जी और अंगद जी दोनों ही समुद्र लाँघने में सक्षम थे, फिर पहले हनुमान जी लंका क्यों गए???...."अंगद कहइ जाउँ मैं पारा। जियँ संसय कछु फिरती बारा॥" अंगद जी बुद्धि और बल में बाली...
ढपोलशंख एक गृहस्थ ने साधु-बाबा की बहुत सेवा की थी । साधुबाबा के पास पद्म नामका एक छोटा सा शंख था , जब गृहस्थ साधु के आश्रम से घर लौटने लगा तो साधु ने उसकी सेवा से प्रसन्न हो कर...
पाप का फल मनुष्य को ऐसी शंका नहीं करनी चाहिये कि मेरा पाप तो कम था पर दण्ड अधिक भोगना पडा अथवा मैंने पाप तो किया नहीं पर दण्ड मुझे मिल गया! कारण कि यह सर्वज्ञ, सर्वसुहृद्, सर्वसमर्थ भगवान् का...