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Quotes

सुविचार-सुन्दरकाण्ड-37

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जय श्री राधे कृष्ण …….

तब हनुमंत कही सब राम कथा निज नाम, सुनत जुगल तन पुलक मन मगन सुमिरि गुन ग्राम….!!

भावार्थ:- तब हनुमान जी ने श्री रामचंद्र जी की सारी कथा कह कर अपना नाम बताया । सुनते ही दोनों के शरीर पुलकित हो गए और श्री राम जी के गुणों का स्मरण करके दोनों के मन (प्रेम और आनंद में) मग्न हो गये …….!!

सुप्रभात

आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..

Lalit Tripathi
the authorLalit Tripathi
सामान्य (ऑर्डिनरी) इंसान की असमान्य (एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी) इंसान बनने की यात्रा

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