मयूर पंख
मयूर पंख वनवास के दौरान माता सीताजी को पानी की प्यास लगी, तभी श्रीरामजी ने चारों ओर देखा, तो उनको दूर-दूर तक जंगल ही जंगल दिख रहा था। प्रकृति से प्रार्थना की~हे वन देवता _कृपया आसपास जहाँ कहीं पानी हो,...
मयूर पंख वनवास के दौरान माता सीताजी को पानी की प्यास लगी, तभी श्रीरामजी ने चारों ओर देखा, तो उनको दूर-दूर तक जंगल ही जंगल दिख रहा था। प्रकृति से प्रार्थना की~हे वन देवता _कृपया आसपास जहाँ कहीं पानी हो,...
सहयोग माँगना बुद्धिमत्ता की निशानी है एक छोटी लड़की और उसके पिता जंगल के रास्ते पर चल रहे थे। अचानक उन्हें सामने ज़मीन पर एक बड़ी पेड़ की टहनी पड़ी दिखाई दी। लड़की ने अपने पिता से पूछा, "अगर मैं...
मदद मोहन अपनी पत्नी सुधा के साथ मंदिर भगवान के दर्शनों के लिए आया था दर्शनों के बाद वापसी में मंदिर की सीढियों से उतरते समय अचानक दोनो पति पत्नी को भिखारियों की भीड ने घेर लिया …. सुधा ने...
असली शांति एक राजा था जिसे चित्रकला से बहुत प्रेम था। एक बार उसने घोषणा की कि जो कोई भी चित्रकार उसे एक ऐसा चित्र बना कर देगा जो शांति को दर्शाता हो तो वह उसे मुँह माँगा पुरस्कार देगा।...
दिखावे की दुनिया एक शहर में एक सेठ जी रहते थे, जिनका नाम था- लालचंद मगनलाल धन्नासेठ. वैसे तो उनके पास धन की कोई कमी नहीं थी, लेकिन सबसे बड़ी कमी थी उनके नाम में, उनका पूरा नाम इतना लंबा...
दुष्टदलन कृष्ण भगवान कंस की मृत्यु के पश्चात उसका ससुर जरासन्ध बहुत ही क्रोधित था,उसने भगवान "कृष्ण व बलराम को मारने हेतु मथुरा पर 17 बार आक्रमण किया l" प्रत्येक पराजय के बाद वह अपने विचारों का समर्थंन करने वाले...
श्रीगणेश जी के आध्यात्मिक रहस्य भारत देश की सभ्यता संस्कृति का त्यौहार एक अभिन्न अंग है। त्यौहार हमारे जीवन में विभिन्न प्रकार की खुशियां, उमंग उत्साह लेकर आते हैं इन्हीं त्यौहारों में से एक त्यौहार गणेश चतुर्थी है। गणेश जी...
हवन का महत्व फ़्रांस के ट्रेले नामक वैज्ञानिक ने हवन पर रिसर्च की। जिसमें उन्हें पता चला की हवन मुख्यतः आम की लकड़ी पर किया जाता है। जब आम की लकड़ी जलती है तो फ़ॉर्मिक एल्डिहाइड नामक गैस उत्पन्न होती...
पश्चाताप एक गांव में एक पुत्र अपने पिता और पत्नी के साथ रहता था। पिता बूढ़े हो चुके थे। इस वजह से उनकी बीमारी बढ़ गई । पत्नी को ससुर की बीमारी की वजह से काफी काम करना पड़ता...
"पिता का अधिकार"* पिता का यह व्यवहार देखकर मुझे अच्छा नहीं लगा। मैंने कहा, "भाई साहब, यह सही बात नहीं है। यहाँ भरी सड़क पर जवान बेटे को थप्पड़ मारना मूर्खता है।" मेरी बात सुनकर ठेलेवाले की आँखों में आँसू...