सुविचार
जय श्री राधे कृष्ण …….." चुनौतियाँ जीवन को मज़ेदार बनाती है और उन्हें पार करना जीवन को सार्थक , हमे चुनौतीयों का आनन्द लेंते हुए अपने जीवन को अर्थपूर्ण बनाएं….। सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
जय श्री राधे कृष्ण …….." चुनौतियाँ जीवन को मज़ेदार बनाती है और उन्हें पार करना जीवन को सार्थक , हमे चुनौतीयों का आनन्द लेंते हुए अपने जीवन को अर्थपूर्ण बनाएं….। सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
जय श्री राधे कृष्ण …….." मुसीबतें ,रुई से भरे थैले की तरह होती हैं देखते रहेंगे तो बहुत भारी दिखेगी और उठा लेंगे तो एकदम हल्की हो जायेंगी…। सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
मेरे मकान की चारदीवारी कुछ नीची है । घर के ठीक सामने चलने वाली सड़क के बीचों बीच डिवाइडर है । जिस पर अक्सर रात के वक्त कुछ सड़क पर रहने वाले अपना बसेरा बना लेते हैं । घर के...
जय श्री राधे कृष्ण …….." पत्थर सदैव हथौड़े की अन्तिम चोट से टूटता है.लेकिन इसका यह मतलब कि उससे पहले की सभी चोटें बेकार गई ध्यान रहे सफलता निरन्तर प्रयासों का ही परिणाम होती हैं….। सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता...
जय श्री राधे कृष्ण …….." हम किताबों की तरह हैं, ज्यादातर लोग केवल कवर देखते हैं, कुछ केवल परिचय पढ़ते हैं, बहुत से लोग आलोचकों पर विश्वास करते हैं। कुछ ही हमारी अन्तर्निहित को जान पाएंगे…..। सुप्रभात आज का दिन...
जय श्री राधे कृष्ण …….." "सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा, नारद सारद सहित अहीसा"…!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
जय श्री राधे कृष्ण …….." अगर अपनी मुस्कुराहट के लिये ईश्वर का धन्यवाद नहीं किया तो आँखों मे आये आँसुओं के लिये हमे शिकायत का हक़ कैसा…?? सदैव ईश्वर का आभार व्यक्त किजिए, जिसने हमे मुस्कुराने की वजह दी है…।...
जय श्री राधे कृष्ण …….." यदि हम कुछ ऐसा पाना चाहते हैं जो हमारे पास कभी नहीं था तो उसके लिए हमे वो करने के लिए तैयार रहना होगा जो हमने कभी नहीं किया, इसलिये नयी चीज़ें आज़माने से संकोच...
भगवान परशुराम श्री हरि विष्णु के अंशावतार है और आठ मुख्य चिरंजिवियो में से एक है | आज भी वे जीवित है और इस कलियुग के अंत में जब भगवान विष्णु कल्कि अवतार लेंगे तब भगवान परशुराम ही उनके गुरु...
जय श्री राधे कृष्ण …….." हमे अपनी सहनशीलता को बढ़ाना चाहिए छोटी मोटी घटना से हताश नही होना चाहिए क्योंकि जो चंदन घिस जाता है , वह भगवान के मस्तक,!! पर लगाया जाता है और जो नही घिसता वह तो...