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नौतपा

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धार्मिक दृष्टि से जानें क्यों होती है नौतपा की शुरुआत?

हिंदू धर्म में नौतपा को काफी अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार जब सूर्य चंद्रमा के नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तब नौतपा प्रारंभ होता है. साल 2024 में 25 मई की सुबह 03:16 पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर गए हैं। रोहिणी चंद्रमा का नक्षत्र है. इसके बाद 2 जून को मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे. जब तक सूर्य रोहिणी नक्षत्र में रहेंगे तब तक आसमान से आग बरसेगी, मतलब काफी तेज गर्मी पड़ेगी.

हिंदू पंचांग में ज्येष्ठ माह को सबसे अधिक गर्म महीना माना जाता है. ऐसे में नौतपा के आने से गर्मी काफी अधिक बढ़ जाती है. सूर्य 14 दिनों तक एक ही नक्षत्र में रहते हैं. इसके बाद वे दूसरे नक्षत्र में प्रवेश कर जाते हैं. 14 दिनों तक सूर्य के एक ही नक्षत्र में रहने के कारण नौतपा कुल 15 दिनों तक का होता है. इसमें शुरुआत के 9 दिन गर्मी काफी अधिक होती है. इस दौरान तापमान काफी अधिक रहता है.

नौ तपा ( नौ दिन तपने )का महत्व👉 नौतपा अगर न तपे तो क्या होता है?

‘दो मूसा, दो कातरा, दो तीड़ी, दो ताव।
दो की बादी जळ हरै, दो विश्वर दो वाव।

अर्थात:👉🏻 ’नौतपा के पहले दो दिन लू न चली तो चूहे 🐀बहुत हो जाएंगे। अगले दो दिन न चली तो कातरा🐛🐞 (फसल को नुकसान पहुँचाने वाला कीट)। तीसरे दिन से दो दिन लू न चली तो टिड्डियों 🦗🦀के अंडे नष्ट नहीं होंगे। चौथे दिन से दो दिन नहीं तपा तो बुखार लाने वाले जीवाणु 🦟🕷️नहीं मरेंगे। इसके बाद दो दिन लू न चली तो विश्वर यानी साँप🐍-बिच्छू 🦂नियंत्रण से बाहर हो जाएंगे। आखिरी दो दिन भी नहीं चली तो आंधियां अधिक चलेंगी। फसलें चौपट कर देंगी।

अतः सूर्य देव 🌞को अपना काम🔥 करने दीजिए और तपे के ताप से बचते रहिए

👉🏽 नौतपा के दौरान करें ये उपाय

नौतपा के दौरान विधि-विधान से भगवान सूर्यदेव का पूजन करने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है. सुबह उठकर नहाकर तांबे के लोटे में जल भरकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दें. ऐसा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है. नौतपा के दौरान जल, दूध, दही, नारियल पानी और ठंडे पदार्थों का सेवन करना चाहिए._

नौतपा में इन बातों का रखें खास ख्याल

🌞 नौतपा के दौरान बिना कुछ खाए और पिएं घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
🌞 मेहंदी की तासीर ठंडी होती है. इस कारण महिलाओं को अपने हाथों और पैरों में मेहंदी लगवानी चाहिए.* 🌞 आपको नौतपा के दौरान ग्लूकोज का सेवन करना चाहिए. 🌞 इन दिनों में लोगों को मुलायम और सूती वस्त्र पहनने चाहिए.
🌞 इस अवधि में तली-भुनी और मसालेदार चीजों का सेवन भूलकर भी न करें. इसके साथ ही बासी खाने से भी बचें.

🌞”ॐ सूर्याय नम:”🌞

जय श्रीराम

Lalit Tripathi
the authorLalit Tripathi
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