सुविचार
जय श्री राधे कृष्ण …….." एक आदमी हिलते हुए पुल पर चल रहा था, उसने मदद के लिए प्रार्थना की, उन्होंने पुल के दूसरी तरफ "ईश्वर" को देखा और "ईश्वर" को पास आने को कहा लेकिन "ईश्वर" नहीं आए,मनुष्य क्रोधित...
जय श्री राधे कृष्ण …….." एक आदमी हिलते हुए पुल पर चल रहा था, उसने मदद के लिए प्रार्थना की, उन्होंने पुल के दूसरी तरफ "ईश्वर" को देखा और "ईश्वर" को पास आने को कहा लेकिन "ईश्वर" नहीं आए,मनुष्य क्रोधित...
```पाँच दिन की छुट्टियां बिता कर जब ससुराल पहुँची तो पति घर के सामने स्वागत में खड़े थे।अंदर प्रवेश किया तो छोटे से गैराज में चमचमाती गाड़ी खड़ी थी स्विफ्ट डिजायर! मैंने आँखों ही आँखों से पति से प्रश्न किया...
जय श्री राधे कृष्ण …….." *“जब हम *गेहूँ* का एक दाना बोते हैं, तो कुछ समय बाद वो हमें हजार दाने के रुप में वापिस मिलता है,कर्म का भी बिलकुल ऐसा ही है, अच्छे कर्मों का फल हमें ईश्वर भी...
रामायण हमारे समाज की कहानी है। भाइयों की आपसी आदत, उनका बर्ताव और फिर उनमें स्नेह और सम्मान रामायण की कहानी है। बड़े भाई राम को अच्छा जाना जाता है, छोटे भाई उनको मानते हैं। आजकल के समाज का द्वेष,...
जय श्री राधे कृष्ण …….." *ज़िंदगी की मिसाल हम लूडो से भी समझ सकते हैं….उम्मीद हमेशा छः 🎲 की होती है….लेकिन एक भी आये तो भी चलना पड़ता है॥…..! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
पूर्व जन्मों के कर्मों से ही हमें वर्तमान जन्म में माता-पिता, भाई-बहन,पति-पत्नी, प्रेमी-प्रेमिका,मित्र-शत्रु,सगे-संबंधी इत्यादि संसार के जितने भी रिश्ते- नाते हैं,सब मिलते हैं...क्योंकि इन सबको,हमें या तो कुछ देना होता है या कुछ लेना होता है...हम सभी अपने संचित ऋण...
जय श्री राधे कृष्ण …….." *“हमे जीवन मे हलचल में आने के बजाय *प्राथमिकता निर्धारित* करनी चाहिए, योजना बनाएँ और उसे पूरा करें क्योंकि अत्यधिक व्यस्तता ही अच्छी सोच का सबसे बड़ा दुश्मन है, हर कर्म शांत मन से करने...
630-01877560 Model Release: Yes Property Release: No Portrait of a mature woman and her son holding a gift and smiling नींद की गोलियों की आदी हो चुकी बूढ़ी माँ नींद की गोली के लिए ज़िद कर रही थी। बेटे की...
जय श्री राधे कृष्ण …….." “ जिंदगी" को खुलकर जीने के लिए एक छोटा सा सिद्धांत है, रोज कुछ अच्छा याद रखें और कुछ बुरा भूल जाए…..! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
हर रोज की तरह सुबह - सुबह सिटी बस ग्यारह नंबर स्टॉप पर रुकी और बाकी सवारियों के साथ- साथ एक बूढ़ी औरत एक हाथ में थैला और एक हाथ में लाठी लिए जैसे तैसे धीरे - धीरे बस में...