जय श्री राधे कृष्ण …….
*मंदिर मंदिर प्रति करि सोधा, देखे जह तह अगनित जोधा, गयउ दसानन मंदिर माहीं, अति बिचित्र कहि जात सो नाहीं…….!!
भावार्थ:- उन्होंने एक-एक (प्रत्येक) महल की खोज की । जहां-तहां असंख्य योद्धा देखे । फिर वे रावण के महल में गए । वह अत्यन्त विचित्र था, जिसका वर्णन नहीं हो सकता ….!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..