सर्वनिंदक महाराज
सर्वनिंदक महाराज एक थे सर्वनिंदक महाराज, काम-धाम कुछ आता नहीं था पर निन्दा हर चीज की बहुत बढिया करते थे। हमेशा औरों के काम में टाँग अड़ाते थे। अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके सुस्ताने भी बैठता तो कहते, 'मूर्ख एक...
सर्वनिंदक महाराज एक थे सर्वनिंदक महाराज, काम-धाम कुछ आता नहीं था पर निन्दा हर चीज की बहुत बढिया करते थे। हमेशा औरों के काम में टाँग अड़ाते थे। अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके सुस्ताने भी बैठता तो कहते, 'मूर्ख एक...
बरगद का पेड़ किसी गांव में बरगद का एक पेड़ बहुत वर्षों से खड़ा था। गांव के सभी लोग उसकी...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " शांति का मतलब तकलीफों का ना होना नहीं है बल्कि हमारे जीवन में परमात्मा...
मालिक ने देख लिया😊 एक मामूली सा चोर था, जो लोगों के खेतों से धान चुराया करता था। चोर के...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " अच्छा लगता है मुझे उन लोगों को सुबह का अभिवादन करना, जो मेरे समक्ष...
आखिरी भरोसा ईश्वर एक राजा बहुत दिनों से पुत्र की प्राप्ति के लिए आशा लगाए बैठा था लेकिन पुत्र नहीं...
कोई छोटा बड़ा नहीं एक छोटे से कस्बे में शंभू शिल्पकार रहता था। वह पहाड़ों से बड़े-बड़े पत्थर तोड़कर लाता...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " पाप करना नही पड़ता, हो जाता है लेकिन पुण्य होता नही,करना पड़ता है…..!! सुप्रभात...