lalittripathi@rediffmail.com
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इत्र की सुगन्ध

जिस प्रकार असली फूलों को इत्र लगाने की जरूरत नहीं होती वो तो स्वयं ही महक जाया करते हैं। उसी प्रकार अच्छे लोगों को किसी प्रशंसा की जरूरत नहीं होती। वो तो अपने श्रेष्ठ कर्मों की सुगंधी से स्वयं के...

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मैं हु न

एक व्यक्ति का दिन बहुत खराब गया। उसने रात को ईश्वर से फ़रियाद की।  व्यक्ति ने कहा - भगवान ,...

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समय और भाग्य

चमनलाल सारा दिन धूप में इधर-उधर घूम-फिर कर टूटा-फूटा सामान और कबाड़ जमा करता, फिर शाम को उसे बड़े कबाड़ी...

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कर्म

एक शर्मा जी थे जो एक कपड़े की बहुत बड़ी फैक्ट्री के मालिक थे.. कुछ दिनों बाद शर्मा जी को...

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प्रभु-इच्छा

एक महिला किराने की दुकान पर ख़रीदी करने के लिए गई । साथ छोटा बच्चा भी था। जब महिला ख़रीदी...

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कोसने की आदत

एक मेंढक एक तालाब के पास से गुजर रहा था,.  तभी उसे किसी की दर्द भरी आवाज़ सुनाई दी।. उसने...

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