सुविचार
जय श्री राधे कृष्ण …….." इंसान सिर्फ़ अपना प्रयास कर सकता है, लेकिन उसकी भी एक सीमा है, और जो उस सीमा से आगे की बागडोर जो सम्भालता है, उसी का नाम "ईश्वर" है …..!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता...
जय श्री राधे कृष्ण …….." इंसान सिर्फ़ अपना प्रयास कर सकता है, लेकिन उसकी भी एक सीमा है, और जो उस सीमा से आगे की बागडोर जो सम्भालता है, उसी का नाम "ईश्वर" है …..!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता...
रवि को घर जाने की कोई शीघ्रता नहीं थी इसलिए मेट्रो से उतरकर चहलकदमी करता हुआ घर की ओर चल दिया। दो महीने पहले ही पिता का देहांत हुआ था तब से घर बेगाना लगने लगा था। पहले घर पहुंचने...
जय श्री राधे कृष्ण …….." नींव की ईंट अदृश्य होती है, हम देख नहीं सकते, पर पूरी इमारत उसी नींव पर टिकी होती है, ठीक वैसे ही हमारे प्रभु अदृश्य है दिखाई नही देते, पर हर घड़ी, हर क्षण हमारे...
!! एक गिलास पानी ! सरकारी कार्यालय में लंबी लाइन लगी हुई थी। खिड़की पर जो क्लर्क बैठा हुआ था, वह तल्ख़ मिजाज़ का था और सभी से तेज स्वर में बात कर रहा था। उस समय भी एक महिला...
जय श्री राधे कृष्ण …….."कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडल कुंचित केसा"…!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
परमात्मा एक 6 साल का छोटा सा बच्चा अक्सर परमात्मा से मिलने की जिद किया करता था। उसकी चाहत थी की एक समय की रोटी वो परमात्मा के साथ खाये। 1 दिन उसने 1 थैले में 5, 6 रोटियां रखीं...
जय श्री राधे कृष्ण …….." जिस दिन हमारा मन परमात्मा को याद करने, और उसमें आनंद लेना आरम्भ कर देगा उस दिन हमारी परेशानींया हम में भी रुचि लेना बन्द कर देंगी…..!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
पुराने कपड़े पुरानी साड़ियों के बदले बर्तनों के लिए मोल भाव करती एक सम्पन्न घर की महिला ने अंततः दो साड़ियों के बदले एक टब पसंद किया . "नहीं दीदी ! बदले में तीन साड़ियों से कम तो नही लूँगा."...
जय श्री राधे कृष्ण …….." जब भगवान हमारी मुट्ठी से कुछ ले लेते हैं, इसका मतलब ये नहीं कि वो हमे सज़ा दे रहे हैं। वो तो सिर्फ हमारे हाथ खोल रहे हैं ताकि हम कुछ बेहतर प्राप्त कर सकें,...
देने वाला घाटे में नहीं रहता प्रकृति का नियम है - "जो देता है वह पाता है, जो रोकता है, वह सड़ता है । छोटी पोखर का पानी घटता, सड़ता और सूखता है, किंतु झरने में सदा स्वच्छता, गतिशीलता बनी...