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Lalit Tripathi

Lalit Tripathi
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सामान्य (ऑर्डिनरी) इंसान की असमान्य (एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी) इंसान बनने की यात्रा
Quotes

सुविचार

जय श्री राधे कृष्ण ….. " रावण के मन में जब भक्ति थी तो उसने कैलाश पर्वत भी उठा लिया था और जब उसका मन अहंकारपूर्ण था तो उससे अंगद का पांव हिलाना भी मुश्किल हो गया था..!! सुप्रभात आज...

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ससुराल प्यार भरा आशियाना

ससुराल प्यार भरा आशियाना जिस दिन मैं अपने ससुराल आई, दिल में हज़ारों डर थे। नई जगह, नए लोग… और सबसे बड़ा डर था मेरी सास प्रेमलता जी को लेकर। सोच रही थी, अब सुबह 5 बजे उठना होगा, रोटियाँ...

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सुविचार

जय श्री राधे कृष्ण ….. " मन का दुख, शरीर के दुख से भारी होता है…!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....

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बंद मुट्ठी

बंद मुट्ठी खुशहाल परिवार की तीनों बहुएँ जब तब गुफ़्तगू करती रहती हैं... अमीर मायके वाली बड़ी बहू कहती है, "ये अम्मा जी ने बिस्तर पकड़ लिया है। पर इनकी टाँग तो ऊँची। हमारे पीछे ही पड़ी रहती है।" मझली...

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सुविचार

जय श्री राधे कृष्ण ….. " हर जरूरतमंद की यथा संभव सहायता करें और अगर आप उनकी सहायता नहीं कर सकते हैं तो कम से कम उन्हें तकलीफ भी न दें….!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....

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आश्चर्य की बात क्या है

आश्चर्य की बात क्या है इस संसार में आश्चर्य की बात क्या है जब आश्चर्य की बात आती है सबका ध्यान अपनी आप भी उसकी ओर केंद्रित होना प्रारंभ हो जाता है क्योंकि आश्चर्य से हर व्यक्ति साक्षात्कार करना पसंद...

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सुविचार

जय श्री राधे कृष्ण ….. " कर्म किसी को माफ नहीं करते यारों, अगर रुलाया है तो रोना भी पड़ेगा…..!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....

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पैकेज

पैकेजआरती दुविधा में फँस गई थी कि वेटिंग रूम से उठकर इंटरव्यू के लिए अंदर जाए या नहीं। उसने निखिल को उसी कमरे में जाते देखा था जहाँ इंटरव्यू चल रहा था। आरती के मन में बीते वर्षों की परतें...

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सुविचार

जय श्री राधे कृष्ण ….. " कई बार कई परिस्थितियों को नज़र अंदाज़ करना व अनदेखा करने की कला आना भी महत्वपूर्ण साबित होता है, क्योंकि हर चीज़ पर ध्यान और अपनी प्रतिक्रिया देना ,कई बार हमारी मानसिक शांति के...

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अंतिमदर्शन

अंतिमदर्शन चारों ओर विषैली गंध फैली थी..भीड़ मुँह ढके सारा मंजर चुप चाप देख और सुन रही थी..परंतु कह कोई कुछ नहीं रहा था..बस एक दूसरे को शांत नज़रों से देखे जा रहा था...नगर पालिका की मुर्दा गाड़ी वर्मा जी...

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