सुविचार
जय श्री राधे कृष्ण ….. " एक ऐसी शक्ति पर भरोसा रखो, जो हमारी सारी योग्यता के ऊपर है। जब सामर्थ्य समाप्त हो जाता है, तो उसकी कृपा शुरू होती है……!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
जय श्री राधे कृष्ण ….. " एक ऐसी शक्ति पर भरोसा रखो, जो हमारी सारी योग्यता के ऊपर है। जब सामर्थ्य समाप्त हो जाता है, तो उसकी कृपा शुरू होती है……!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
महाकुम्भ- नागेश्वर नंदी नंदा रहस्य महाकुंभ और नागा साधु नागेश्वर नंदी नंदा की रहस्यमयी कथा। सदियों पहले की बात है। प्रयागराज के पवित्र संगम तट पर महाकुंभ का मेला लगा था। लाखों श्रद्धालु, संत और साधु अपने पापों से मुक्ति...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " गुणवान तुम बलवान तुम, भक्तों को देते हो वरदान तुम,भगवान तुम हनुमान तुम,मुश्किल को कर देते आसान तुम…!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.. Oplus_16908288...
करुणानिधि की करुणा एक बार भगवान राम और लक्ष्मण दोनों भाई एक सरोवर में स्नान के लिए उतरे । उतरते समय उन्होंने अपने-अपने धनुष बाहर तट पर गाड़ दिए । जब वे स्नान करके बाहर निकले तो लक्ष्मण ने देखा...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " मन और मकान को समय समय समय पर साफ करते रहना चाहिए, अक्सर मकान में बेमतलब का समान और मन में बेमतलब की गलतफहमियां हो ही जाती हे मन भर के जीयो..मन में भर...
अपनेपन से भरे मीठे बोल नव विवाहित जोड़ा किराए से मकान देखने के लिए शर्मा जी के घर पहुंचा , दोनों पति पत्नी खुश हो गए चलो कुछ रौनक होगी कितना सुंदर जोड़ा है हम इन्हें घर जरूर देंगे !!...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " अगर हम किसी को सिर्फ़ इतना महसूस करा पाएं, कि वह अकेला नहीं है, तो ये बहुत बड़ी सेवा होगी..!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
क्षमा बड़न को चाहिए महाराज रणजीत सिंह जितने तलवार के धनी थे उतने ही वह अपने शालीन व्यवहार के लिए भी जाने जाते थे। अपनी प्रजा के सुख-दुख की वह बहुत परवाह करते थे और उनके दर्द को दूर करने...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " खरीद पाएं खुशियाँ उदास चेहरों के लिए, हमारे किरदार का मोल इतना कर दो प्रभु …!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
करम का फल एक लड़की थी। वह बड़ी सुन्दर थी, शरीर उसका पतला था। रंग गोरा था। मुखड़ा गोल था। बड़ी-बड़ी आंखें कटी हुई अम्बियों जैसी थीं। लम्बे-लम्बे काले-काले बाल थे। वह बड़ा मीठा बोलती थी। धीरे-धीरे वह बड़ी हो...