जय श्री राधे कृष्ण …..
” ये दुनियां ठीक वैसी है जैसी हम इसे देखना पसंद करते हैं! यहाँ पर किसी को गुलाब में काँटे नजर आते हैं तो किसी को काँटों में गुलाब….!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..
जय श्री राधे कृष्ण …..
” ये दुनियां ठीक वैसी है जैसी हम इसे देखना पसंद करते हैं! यहाँ पर किसी को गुलाब में काँटे नजर आते हैं तो किसी को काँटों में गुलाब….!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..