जय श्री राधे कृष्ण …..
” जिस मनुष्य का सत्य ज्ञान के द्वारा आत्मा रूपी दीपक नहीं जला है, उसके जीवन में सदा सुख, शांति और समृद्धि नहीं आ सकती, क्योंकि ज्ञान अर्थात विवेक अथवा समझ। तो सच्ची दिवाली वही मना सकता है जो स्वयं के और विश्व नाटक के सत्य को जानता है। दिवाली पर दिया जलाने और लक्ष्मी पूजन के पीछे यही गुह्य रहस्य है..!
दीपावली के पावन पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..