जय श्री राधे कृष्ण …..
” परमात्मा शब्द नहीं जो हमे किताबों में मिलेगा परमात्मा मूर्ति नहीं जो तुम्हें मंदिर में मिलेगा, परमात्मा इंसान नहीं जो हमे समाज में मिलेगा परमात्मा जीवन है जो हमे अपने भीतर मिलेगा….!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..