फूल चोर बाबा
बरसाना के एक बाबा थे जो प्रतिदिन हमारी लाडली जु की फूलों की सेवा करते थे। वे राधा बाग से फूलचुराकर लाडली जु के लिए लाते थे और हमारी राधा रानी स्वीकार करती थी।
कई सालो तक यह चलता रहा लेकिन एक दिन राधा बाग के माली ने उन्हें पकड लिया और उस दिन के बाद काफी कडा पहरा लगा दिया। उन्हे फूलचोर बाबा के नाम से पुकारने लगे।
लाडली जु के महलों मे फूल की सेवा में बाधा आ गई क्योकि वही बाबा यह सेवा करते थे।
एक दिन हमारी करूणामयी सरकार माली के स्वप्न मे आयी और कहा कि,’बाबा फूल मेरे लिए लाता है वो फूलो को बेचता नही है,वह केवल मेरी खुशी के लिए यह सेवा करता है इसमे उसका कोई स्वार्थ नही है।”
यह सुनकर माली ने आँख खोली और बाबा के पास गया और उनसे अपने अपराध के लिए क्षमा माँगी और कहा कि बाबा अब आप बिना किसी बाधा के राधा रानी की सेवा कर सकते हो..!!
जय श्रीराम