जय श्री राधे कृष्ण …..
“बुध पुरान श्रुति संमत बानी, कही बिभीषन नीति बखानी, सुनत दसानन उठा रिसाई, खल तोहिं निकट मृत्यु अब आई ।।
भावार्थ:– विभीषण ने पंडितों, पुराणों और वेदों द्वारा सम्मत (अनुमोदित) वाणी से नीति बखान कर कही । पर उसे सुनते ही रावण क्रोधित हो कर उठा और बोला कि रे दुष्ट ! अब मृत्यु तेरे निकट आ गयी है…..!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..
