जय श्री राधे कृष्ण …….
“तब मधुबन भीतर सब आए, अंगद संमत मधु फल खाए, रखवारे जब बरजन लागे, मुष्टि प्रहार हनत सब भागे ।।
भावार्थ:- तब सब लोग मधुवन के भीतर आए और अंगद की सम्मति से सबने मधुर फल (या मधु और फल) खाए । जब रखवाले बरजने लगे, तब घूँसो की मार मारते ही सब रखवाले भाग छूटे….. ।
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..
