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लोकतंत्र के महापर्व

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लोकतंत्र के महापर्व

एक छात्रावास में 100 छात्र रहते थे। नाश्ते में रोज़ उपमा मिलता था, 80% छात्रों को कंप्लेन रहती थी कि रोज रोज एक ही चीज़ से ऊब चुके हैं, 20% छात्र कुछ नहीं कहते थे, उपमा में खुश रहते थे। सबलोग वार्डन के पास पहुंचे, वार्डन ने समाधान निकाला की वोटिंग  की जाए जिस टिफिन को ज्यादा वोट मिलेंगे उस दिन वोही वस्तु पकाई जायेगी।  वोट डाले गए, 20% लोगों ने एकराय होकर उपमा कोवोट डाला।

80% ने…….

18% पराठा दही

16%  ब्रेड मक्खन

14४%  पोहा जलेबी

12%  सब्जी पूड़ी

10%  मैगी नूडल्स

10% इडली सांभर

 वोटिंग के अनुसार उपमा को सबसे अधिक वोट मिले, नाश्ते में रोज़ उपमा मिलता है। 80% बिखरे हुए,स्वार्थी, बिना एकराय हुए लोगों पर 20% लोग हावी हो जाते हैं ।

यह एक संदेश है,  वोट समझदारी से करें । कल लोकतंत्र के महापर्व पर अपना मत समझदारी से करें ।

जय श्रीराम

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Lalit Tripathi
the authorLalit Tripathi
सामान्य (ऑर्डिनरी) इंसान की असमान्य (एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी) इंसान बनने की यात्रा

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