जय श्री राधे कृष्ण ……..
“जिस प्रकार ऊँट माधुर्य गुण से युक्त आम को भी छोड़कर केवल नीम की पत्ती चबाता है, उसी प्रकार जो भगवान की मधुर कथा को छोड़कर उसके विपरीत संसारी बातों में रमता रहता है, उसे ‘ऊँट’ कहते हैं…..!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..