मदद
मदद मोहन अपनी पत्नी सुधा के साथ मंदिर भगवान के दर्शनों के लिए आया था दर्शनों के बाद वापसी में मंदिर की सीढियों से उतरते समय अचानक दोनो पति पत्नी को भिखारियों की भीड ने घेर लिया …. सुधा ने...
मदद मोहन अपनी पत्नी सुधा के साथ मंदिर भगवान के दर्शनों के लिए आया था दर्शनों के बाद वापसी में मंदिर की सीढियों से उतरते समय अचानक दोनो पति पत्नी को भिखारियों की भीड ने घेर लिया …. सुधा ने...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " हम दुःख पर ध्यान देंगे तो हमेशा दुःखी रहेंगे, और सुख पर ध्यान देंगे तो हमेशा सुखी रहेंगे, क्योंकि हम जिस पर ध्यान देते हैं वही चीज सक्रिय हो जाती है, ध्यान ही जीवन...
असली शांति एक राजा था जिसे चित्रकला से बहुत प्रेम था। एक बार उसने घोषणा की कि जो कोई भी चित्रकार उसे एक ऐसा चित्र बना कर देगा जो शांति को दर्शाता हो तो वह उसे मुँह माँगा पुरस्कार देगा।...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " सबके उतने ही रहो, जितने वो तुम्हारे हैं…..!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
दिखावे की दुनिया एक शहर में एक सेठ जी रहते थे, जिनका नाम था- लालचंद मगनलाल धन्नासेठ. वैसे तो उनके पास धन की कोई कमी नहीं थी, लेकिन सबसे बड़ी कमी थी उनके नाम में, उनका पूरा नाम इतना लंबा...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " मदद करने के लिए सिर्फ धन की जरूरत नहीं होती है, उसके लिए अच्छे मन की भी जरूरत होती है..!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
दुष्टदलन कृष्ण भगवान कंस की मृत्यु के पश्चात उसका ससुर जरासन्ध बहुत ही क्रोधित था,उसने भगवान "कृष्ण व बलराम को मारने हेतु मथुरा पर 17 बार आक्रमण किया l" प्रत्येक पराजय के बाद वह अपने विचारों का समर्थंन करने वाले...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " वही करता है वही करवाता है, तू तो बस ऐसे ही इतराता है, एक सांस भी नहीं तेरे बस का, वही सुलाता है वही जगाता है…!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
श्रीगणेश जी के आध्यात्मिक रहस्य भारत देश की सभ्यता संस्कृति का त्यौहार एक अभिन्न अंग है। त्यौहार हमारे जीवन में विभिन्न प्रकार की खुशियां, उमंग उत्साह लेकर आते हैं इन्हीं त्यौहारों में से एक त्यौहार गणेश चतुर्थी है। गणेश जी...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " जो मनुष्य दूसरों के दुःख और कष्ट समझता है, निश्चित ही ऐसे मनुष्य का दुःख ईश्वर स्वयं हर लेते हैं….!! 🌺 गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ 🌺 सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण...