मातृ देवों भव्:
मातृ देवो भवः माँ सृजन करती है इसलिए वह ब्रह्माणी है। माँ पालन करती है इसलिए वह वैष्णवी है और अपने बच्चों में संस्कारों को सृजित कर दुर्गुणों का नाश करती है इसलिए माँ ही रुद्राणी है। माँ का प्यार...
मातृ देवो भवः माँ सृजन करती है इसलिए वह ब्रह्माणी है। माँ पालन करती है इसलिए वह वैष्णवी है और अपने बच्चों में संस्कारों को सृजित कर दुर्गुणों का नाश करती है इसलिए माँ ही रुद्राणी है। माँ का प्यार...
जय श्री राधे कृष्ण ….. "ख़ुशी कोई ऐसी चीज़ नहीं है जिसे हम भविष्य के लिए टाल देते हैं; यह कुछ ऐसा है जिसे हम वर्तमान के लिए डिज़ाइन करते हैं…..!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
भाग्य और कर्म एक बहुत निर्धन ब्राह्मण था, उसका एक बेटा था वो भाग्य में ही उलझा रहता था और मानता था कि भाग्य ही सब कुछ हैं, ऐसा सोच कर वह कुछ मेहनत भी नहीं करता था और उसकी...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " ”सोच कर बोलना" और "बोल कर सोचना" ~ मात्र दो "शब्दों" का आगे पीछे करके इस्तेमाल करने से ही परिणाम बदल सकते है……!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
दुनिया क्या कहेगी एक साधू किसी नदी के पनघट पर गया और पानी पीकर वहीं पत्थर पर सिर रखकर सो गया….!!! पनघट पर पनिहारिन आती-जाती रहती हैं तो आईं और एक ने कहा- ओहो! साधु हो गया फिर भी तकिए...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " देश के असली हीरो भारतीय सेना के जवान है।उन सभी भारतीय सैनिकों के लिए प्रार्थना करें जो दुश्मन के सामने हमारे लिए खड़े हैं। जय हिंद,जय हिंद की सेना 💪 🇮🇳🇮🇳🇮🇳…..!! सुप्रभात आज का...
धन, पुत्र, वही जो परमार्थ में लगे एक सेठ बड़ा साधु सेवा भावी था। जो भी सन्त महात्मा नगर में आते वह उन्हें अपने घर बुला कर उनकी सेवा किया करता था। एक बार एक महात्मा जी सेठ के घर...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " जो खुशी हम दूसरों को देते हैं वही खुशी लौटकर पुनः हमारे पास आती है……!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो.....
एक सच्चा योद्धा यह घटना सन् 1492 की है, जब कोलम्बस अपनी महान यात्रा पर निकलने वाला था। चारों तरफ नाविकों में हर्षोल्लास का वातावरण था, परन्तु गांव का ही एक युवक फ्रोज बहुत ही डरा हुआ था और वह...
जय श्री राधे कृष्ण ….. " मनुष्य इच्छाओं से भरा एक घड़ा है जो कभी नहीं भरता, आज एक इच्छा पूरी होती है तो कल कुछ और पाने की इच्छा मन में आ जाती है…!! सुप्रभात आज का दिन प्रसन्नता...