जय श्री राधे कृष्ण …..
” एक तरफ धागे हैं जो उलझ कर और भी क़रीब आ जाते हैं, और दूसरी तरफ रिश्ते हैं जो ज़रा सा उलझते ही टूट जाते हैं..!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..
जय श्री राधे कृष्ण …..
” एक तरफ धागे हैं जो उलझ कर और भी क़रीब आ जाते हैं, और दूसरी तरफ रिश्ते हैं जो ज़रा सा उलझते ही टूट जाते हैं..!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..