lalittripathi@rediffmail.com
Stories

होलिका दहन

35Views

होलिका दहन

आप सभी को भक्त प्रह्लाद की भक्ति और परमात्म प्रेम की विजय के प्रतीक पर्व होलिका दहन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!!_ आइए, इस अवसर पर हम सभी घृणा, अहंकार एवं बुराइयों का दहन कर अपने समाज में एकता और आपसी संबंध को ओर मजबूत करे आत्मसात करें तथा नई उमंग व उत्साह के साथ होली का स्वागत करें

जीवन में प्रभु शरणागति होगी तो विपदा की धधकती ज्वालाओं के मध्य भी आप सुरक्षित एवं प्रसन्नचित्त बने रहेंगे। ईश्वर के प्रति अटूट आस्था एवं पूर्ण शरणागति के पावन पर्व का नाम ही होलिका दहन है। जिस अनुपात में हमारे भीतर प्रभु के प्रति समर्पण भाव होगा उसी अनुपात में हमारा जीवन निर्भय एवं आनंदमय भी बना रहेगा। जीवन का जो भी कार्य प्रभु समर्पित होकर किया जाता है फिर कठिन से कठिन होने पर भी उस प्रभु द्वारा पूर्ण कर दिया जाता है।

होलिका दहन का पर्व हमें समझाता है कि भक्त का अनिष्ट करने वाले का अस्तित्व ही नष्ट हो जाता है।

साधु पुरुषों के प्रति रखा गया द्वेष भाव जीवन में विपत्ति का कारक बन जाता है। ईश्वर के प्रति निष्ठावान व्यक्ति के जीवन से दुर्मति रूपी होलिका का दहन प्रभु स्वयं करते हुए अपने आश्रित जन की झोली प्रसन्नताओं से भी भर देते हैं।

_एक बार पुनः आप सभी को होलिका दहन के पावन पर्व की अनंत शुभकामनाएं एवं मंगल शुभकामनाएं।

Lalit Tripathi
the authorLalit Tripathi
सामान्य (ऑर्डिनरी) इंसान की असमान्य (एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी) इंसान बनने की यात्रा

Leave a Reply