वाल्मीकि रामायण – अयोध्या काण्ड- भाग 2
वाल्मीकि रामायण - अयोध्या काण्ड- भाग 2 महाराज दशरथ इस बात से हमेशा दुःखी और चिंतित रहते थे कि उनका कोई पुत्र नहीं था। यही सब सोचते-सोचते एक दिन उनके मन में विचार आया कि क्यों न पुत्र प्राप्ति के...
वाल्मीकि रामायण - अयोध्या काण्ड- भाग 2 महाराज दशरथ इस बात से हमेशा दुःखी और चिंतित रहते थे कि उनका कोई पुत्र नहीं था। यही सब सोचते-सोचते एक दिन उनके मन में विचार आया कि क्यों न पुत्र प्राप्ति के...
जय श्री राधे कृष्ण ….. "कपि सब सुग्रीव समाना, इन्ह सम कोटिन्ह गनइ को नाना, राम कृपा अतुलित बल तिन्हहीं, तृन समान त्रैलोकहि गनहीं ।। भावार्थ:- यह सब वानर बल में सुग्रीव के समान हैं और इनके जैसे (एक -...
वाल्मीकि रामायण -अयोधया काण्ड- भाग 1 आज से आनंद लीजिए वाल्मीकि रामायण का । सरयू नदी के किनारे पर कोसल नामक एक बहुत बड़ा और प्रसिद्ध जनपद था। उसमें अयोध्या नामक एक बहुत प्रसिद्ध नगरी थी। इस महानगरी अयोध्या की...
जय श्री राधे कृष्ण ….. "द्विबिद मयंद नील नल अंगद गद बिकटासि, दधिमुख केहरि निसठ सठ जामवंत बलरासि ।। भावार्थ:- द्विविद, मयंद, नील, नल , अंगद , गद, विकटास्य, दधिमुख, केसरी, निशठ, शठ और जाम्बवान ये सभी बलों की राशि...
सफलता का कोई लघुपथ (शार्टकट) सफलता का कोई लघुपथ (शार्टकट) नहीं होता . पिकासो (Picasso) स्पेन में जन्में एक बहुत मशहूर चित्रकार थे। उनकी पेंटिंग दुनिया भर में करोड़ों और अरबों रुपयों में बिका करती थीं। एक दिन रास्ते से...
जय श्री राधे कृष्ण ….. "जेहिं पुर दहेउ हतेउ सुत तोरा, सकल कपिन्ह महँ तेहि बलु थोरा, अमित नाम भट कठिन कराला, अमित नाग बल बिपुल बिसाला ।। भावार्थ:- जिसने नगर को जलाया और आपके पुत्र अक्षय कुमार को मारा,...
भाई- भाई बचपन मे भाई के लिए जान देने वाला भाई ही क्यों बड़े होकर भाई का दुश्मन बन जाता है ?......एक सच्ची कहानी है जरा भाव से समझिये😔, गाँव के दो भाई, जमीन का विवाद व भीषण गर्मी का...
जय श्री राधे कृष्ण ….. "पूँछिहु नाथ राम कटकाई, बदन कोटि सत बरनि न जाई, नाना बरन भालु कपि धारी, बिकटानन बिसाल भयकारी ।। भावार्थ:- हे नाथ! आपने श्री राम जी की सेना पूछी, सो वह तो सौ करोड़ मुखों...
जीवन का पासवर्डवह मेरे आफिस के दिन की एक साधारण शुरुआत थी ,जब मैं अपने आफिस के कंप्यूटर के सामने बैठा था। "आपके पासवर्ड का समय समाप्त हो गया है," इन निर्देशों के साथ मेरे कंप्यूटर की स्क्रीन पर एक...
जय श्री राधे कृष्ण ….. "रावन दूत हमहि सुनि काना, कपिन्ह बाँधि दीन्हें दुख नाना, श्रवन नासिका काटैं लागे, राम सपथ दीन्हें हम त्यागे ।। भावार्थ:- हम रावण के दूत हैं, यह कानों से सुन कर वानरों ने हमें बाँध...