जय श्री राधे कृष्ण …..
“अति कोमल रघुबीर सुभाऊ, जद्यपि अखिल लोक कर राऊ, मिलत कृपा तुम्ह पर प्रभु करिही, उर अपराध न एकउ धरिही ।।
भावार्थ:– यद्यपि श्री रघुवीर समस्त लोकों के स्वामी हैं, पर उन का स्वभाव अत्यंत ही कोमल है । मिलते ही प्रभु आप पर कृपा करेंगे और आप का एक भी अपराध वे ह्रदय में नहीं रखेंगे…. ।।
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..