lalittripathi@rediffmail.com
Quotes

सुविचार-सुन्दरकाण्ड-271

52Views

जय श्री राधे कृष्ण …..

सकल चरित तिन्ह देखे धरें कपट कपि देह, प्रभु गुन हृदयँ सराहहिं सरनागत पर नेह ।।

भावार्थ:– कपट से वानर का शरीर धारण कर उन्होंने सब लीलाएं देखीं। वे अपने ह्रदय में प्रभु के गुणों की और शरणागत पर उनके स्नेह की सराहना करने लगे……!!

दीन दयाल बिरिदु संभारी ।
हरहु नाथ मम संकट भारी ।।

सुप्रभात

आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..

Lalit Tripathi
the authorLalit Tripathi
सामान्य (ऑर्डिनरी) इंसान की असमान्य (एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी) इंसान बनने की यात्रा

Leave a Reply