सुविचार-सुन्दरकाण्ड-153
जय श्री राधे कृष्ण ……. "जौं न होत सीता सुधि पाई, मधुबन के फल सकहिं कि खाई, एहि बिधि मन विचार कर राजा, आइ गए कपि सहित समाजा ।। भावार्थ:- यदि सीता जी की खबर न पायी होती तो क्या...
जय श्री राधे कृष्ण ……. "जौं न होत सीता सुधि पाई, मधुबन के फल सकहिं कि खाई, एहि बिधि मन विचार कर राजा, आइ गए कपि सहित समाजा ।। भावार्थ:- यदि सीता जी की खबर न पायी होती तो क्या...
सेवा का सौभाग्य यदि जीवन में सेवा का सौभाग्य मिलता हो तो सेवा सभी की करना लेकिन आशा किसी से भी ना रखना क्योंकि सेवा का वास्तविक मूल्य भगवान ही दे सकते हैं इंसान नहीं। जगत से अपेक्षा रखकर कोई...
जय श्री राधे कृष्ण ……. "जाइ पुकारे ते सब बन उजार जुबराज, सुनि सुग्रीव हरष कपि करि आए प्रभु काज !! भावार्थ:- उन सब ने जा कर पुकारा कि युवराज अंगद वन उजाड़ रहे हैं । यह सुन कर सुग्रीव...
श्रद्धा न बदले-मैं काल हु भगवान कहते हैं भक्त को अपने नियम और श्रद्धा नही बदलनी चाहिए, भले ही उस पर कितने ही कष्ट आये। मैं तुम्हारे सारे कार्य समय आने पर सिद्ध कर दूंगा। एक व्यक्ति सुबह सवेरे उठा...
जय श्री राधे कृष्ण ……. "तब मधुबन भीतर सब आए, अंगद संमत मधु फल खाए, रखवारे जब बरजन लागे, मुष्टि प्रहार हनत सब भागे ।। भावार्थ:- तब सब लोग मधुवन के भीतर आए और अंगद की सम्मति से सबने मधुर...
लोकतंत्र के महापर्व एक छात्रावास में 100 छात्र रहते थे। नाश्ते में रोज़ उपमा मिलता था, 80% छात्रों को कंप्लेन रहती थी कि रोज रोज एक ही चीज़ से ऊब चुके हैं, 20% छात्र कुछ नहीं कहते थे, उपमा में...
जय श्री राधे कृष्ण ……. "मिले सकल अति भए सुखारी, तलफत मीन पाव जिमि बारी, चले हरषि रघुनायक पासा, पूँछत कहत नवल इतिहासा ।। भावार्थ:- सब हनुमान जी से मिले और बहुत ही सुखी हुए, जैसे तड़पती हुई मछली को...
राममय भारत आज भारतीय सभ्यता ने अपने पुनरुत्थान और प्रस्थान के लिए जिस चरित्र को चुना, वह राम हैं। ऐसा नहीं कि राम से पहले भारत में महापुरुष नहीं हुए। अनेक हुए। लेकिन राम एक प्रतिमान बन गए। मर्यादा, त्याग,...
जय श्री राधे कृष्ण ……. "हरसे सब बिलोकि हनुमाना, नूतन जन्म कपिन्ह तब जाना, मुख प्रसन्न तन तेज बिराजा, कीन्हेसि रामचंद्र कर काजा ।। भावार्थ:- हनुमान जी को देख कर सब हर्षित हो गए और तब वानरों ने अपना नया...
महादेव का वरदान- गजासुर गज और असुर के संयोग से एक असुर का जन्म हुआ. उसका मुख गज जैसा होने के कारण उसे गजासुर कहा जाने लगा। गजासुर शिवजी का बड़ा भक्त था और शिवजी के बिना अपनी कल्पना ही...