जय श्री राधे कृष्ण …….
“सपनें बानर लंका जारी, जातुधान सेना सब मारी, खर आरूढ नगन दससीसा, मुंडित सिर खंडित भुज बीसा….!!
भावार्थ:– मैंने स्वप्न देखा कि एक बंदर ने लंका जला दी । राक्षसों की सारी सेना मार डाली गई । रावण नंगा है और गदहे पर सवार है । उसके सिर मुंडे हुए हैं और बीसों भुजाएँ कटी हुई हैं…!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..
