जय श्री राधे कृष्ण …….
रामायुध अंकित गृह सोभा बरनि न जाइ, नव तुलसिका बृंद तहं देखि हरष कपिराइ……!!
भावार्थ:- वह महल श्री राम जी के आयुध (धनुष बाण) के चिन्हों से अंकित था। उसकी शोभा वर्णन नहीं की जा सकती। वहाँ नवीन नवीन तुलसी के वृक्ष समूहों को देख कर कपिराज श्री हनुमान जी हर्षित हुए….!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..