किस्मत को कभी दोष दें, अपनी किस्मत आप खुद बनाते हैं।
मोटीवेशनल स्पीकर विजय बत्रा ने कहा कि मेरे पास स्विच ऑन करने की टेक्नीक है, जिसे आप सबसे शेयर करना चाहता हूं। हमारे भीतर असीम ऊर्जा है, जो कई मौके पर सामने जाती है। मानो अभी स्टेज पर दीपिका या रणबीर जाएं, तो हमारी ऊर्जा देखते ही बनेगी। लेकिन अक्सर हम अपना स्विच ऑफ रखते हैं और उस वक्त जाने कैसी-कैसी बातें करते हैं। दुखी होना हमारी हॉबी हो गई है। जैसे कोई काम नहीं है, तो दुखी हो लो। सोच में थोड़ा चेंज लाएं, तो जीवन में आनंद आएगा। ऑफिस से घर तक स्विच ऑन मूड में जाना है। घर में हर किसी का स्विच ऑन रहे, तो कलह कभी नहीं होगी। उन्होंने लोगों को जीवन जीने के सही तरीके बताए तो पति पत्नी के बीच मधुर संबंध स्थापित करने के कुछ सूत्र भी सुझाए।
बच्चों को पॉजिटिव चीजों के बारे में बताना चाहिए:– बत्रा ने अपने स्कूली दिनों की यादें ताजा करते हुए कहा कि जब वे 9वीं कक्षा में थे तो उनकी हिन्दी की टीचर ने पूछा कि तुम्हें यह कविता समझ में आई, मैंने टीचर से कहा “नहीं”। लेकिन बदलते वक्त में आज उन्हें इस कविता के मायने समझ में गए हैं। हमें अपने बच्चों को पॉजिटिव चीजों के बारे में बताना चाहिए, ताकि उनके भविष्य में कभी नेगेटिविटी की जगह बने।
डिप्रेसिंग सॉन्ग्स से दूर रहें:- बत्रा ने कहा कि घर में खुशनुमा और रोमेंटिक माहौल बनाना है तो डिप्रेसिंग सॉन्ग सुने। इससे नेगेटिव ऊर्जा फैलती है, संभव हो तो कुछ चुनिंदा सॉन्ग, जिनमें रोमांस भी और खुशी का संदेश, उन्हें सुनें। ऐसा कलेक्शन घर में जरूर रखें। उन्होंने एक सॉन्ग ….यादों की बारात निकली है दिल के द्वारे… का उदाहरण देते हुए ऑडिटोरियम में बैठे दर्शकों को गुनगुनाने के लिए कहा। उन्होंने खासतौर पर कार्यक्रम में आए कपल्स को इस सॉन्ग को जरूर सुनने की सलाह दी।
मोटिवेशनल स्पीकर विजय बत्रा वक्ता ने तीन स्कूलों में विद्यार्थियों को बताया कि वे नो नेगेटिव लाइफ कैसे जी सकते हैं। बत्रा ने सकारात्मक बने रहने के लिए सुझाव दिए।
कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती:- विजयबत्रा ने अपने स्पीच में कहा, ‘मैं अमिताभ बच्चन की सकारात्मकता से प्रेरित हूं। मैं 53 का हो गया हूं और अमिताभ बच्चन 80 के। मैंने सोच लिया है जितना ओल्ड होता जाऊंगा, उतना बोल्ड होता जाऊंगा। अमिताभ बच्चन से हमें सीख लेनी चाहिए। हरिवंश राय बच्चन की कविता …. ‘लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती’ भी यही सिखाती है।
जय श्रीराम
