जय श्री राधे कृष्ण ……..
“अपने मन के अनुकूल या प्रतिकूल जो भी घटना होती है, वह अपने लिए प्रभु का मंगलमय विधान है। उसके प्राप्त होने पर प्रसन्न रहें। प्रभु मंगल करने वाले हैं, अनिष्ट तो वे करते ही नहीं……!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..