जय श्री राधे कृष्ण ……..
” “श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि, बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि, बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार, बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार”…!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..जय श्री राधे कृष्ण