जय श्री राधे कृष्ण ……..
“ह्रदय तनाव व उदासीनता रखने की टोकरी नहीं, प्रसन्नता व मथुर स्मृतियाँ रखने का स्वर्ण पात्र है…!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..
जय श्री राधे कृष्ण ……..
“ह्रदय तनाव व उदासीनता रखने की टोकरी नहीं, प्रसन्नता व मथुर स्मृतियाँ रखने का स्वर्ण पात्र है…!!
सुप्रभात
आज का दिन प्रसन्नता से परिपूर्ण हो..
सत्य वचन । हृदय की भराव क्षमता सीमित है। प्रसन्नता और मधुरता भर लेंगे तो बाकी नकारात्मक चीजों के लिए जगह ही नहीं बचेगी
जय श्रीराम